प्रेम और संगीत

प्रेम और संगीत


बहुत खूब है जुगलबंदी प्रेम और संगीत की
एक हंसता है तो दूसरा खिलखिलाता है
छाए जब गम की घटा दोनो को साथ रुलाता है
एक जिस्म तो एक जान है दोनो ही रब की शान हैं।

प्रेम में हो जुदाई तो संगीत उदास होता है
पास हो दिलबर तो गीत मधुर मन पिरोता है
प्रेम है वो जज्बा जो रूह को भिगोता है
मधुर हो संगीत तो इंसा विभोर हो नयन बंद करके कभी हंसता है तो कभी रोता है।।

आभार – नवीन पहल – ०२.०८.२०२२ 💞💞

# प्रतियोगिता हेतु


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7 Comments

Raziya bano

03-Aug-2022 08:53 AM

Bahut sundar rachna

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Punam verma

03-Aug-2022 07:49 AM

Very nice

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Abhinav ji

03-Aug-2022 07:34 AM

Very nice👍

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